मध्य प्रदेशः दलित सरपंच को आखिर झंडा फहराने से क्यों रोका? -ग्राउंड रिपोर्ट

पंचायती राज अधिनियम के प्रावधानों के अनुसार सरपंच को ही झंडा फहराना चाहिए। इधर, गाँव में सरपंच द्वारा झंडा नहीं फहराने को लेकर ग्रामीणों में भी रोष दिखाई दिया।
सरपंच बारेलाल अहिरवार.
सरपंच बारेलाल अहिरवार.The Mooknayak

भोपाल। मध्य प्रदेश के विदिशा (Vdisha) जिले में एक सरपंच सिर्फ इसीलिए तिरंगा नहीं फहरा पाया क्योंकि वह दलित है। सरपंच ने स्कूल की प्रिंसिपल पर गंभीर आरोप लगाए है। इधर, मामले से संबंधित एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। स्वतंत्रता दिवस (Independence day) का अवसर होने के कारण वीडियो को लेकर लोगों ने सोशल मीडिया पर खासा रोष प्रकट किया। वीडियो की पड़ताल में द मूकनायक की टीम प्रदेश की राजधानी भोपाल से करीब 140 किलोमीटर दूर विदिशा जिले के सिरोंज क्षेत्र के भगवंतपुर गाँव पहुँची।

सरपंच बारेलाल अहिरवार खेतों के पास।
सरपंच बारेलाल अहिरवार खेतों के पास। The Mooknayak

ग्राम पंचायत के दलित सरपंच बारेलाल अहिरवार गाँव के आखिरी छोर पर अपने खेत पर खपरैल के छोटे से घर में अपनी पत्नी मुन्नी बाई और बच्चों के साथ रहते हैं। सरपंच पूरी तरह खेती पर निर्भर हैं। पंचायत चुनाव में गाँव के सरपंच पद की सीट अनुसूचित जाति वर्ग के लिए आरक्षित हुई थी। जिस पर बारेलाल अहिरवार ने सरपंच पद पर चुनाव लड़ा कर सरपंच पद पर चुने गए।

सरपंच ने द मूकनायक को बताया कि स्वतंत्रता दिवस पर उन्हें हायर सैकेंडरी स्कूल द्वारा पहले तो आमंत्रित नहीं किया गया। जब वह स्कूल गए तो उनके पहुंचने से पहले ही झंडा किसी और ने फहरा दिया था। सरपंच ने इस मामले में स्कूल की प्रभारी प्राचार्य शोभा श्रीवास्तव पर जातिवादी होने का आरोप लगाया था, जिसका किसी ने वीडियो बनाकर वायरल कर दिया।

सरपंच ने कहा- मैं दलित हूं। इसलिए मुझे स्कूल नहीं बुलाया गया और किसी दूसरे आदमी ने झंडा फहरवा दिया। सरपंच ने भगवंतपुर हायर सैकेंडरी स्कूल की प्रभारी प्राचार्य शोभा श्रीवास्तव पर आरोप लगाया है कि उन्होंने स्वतंत्रता दिवस पर सरपंच को आमंत्रित ही नहीं किया। बारेलाल का कहना है कि स्कूल की प्राचार्य जातिगत भेदभाव की मानसिकता से ग्रषित है। इसलिए उन्होंने मुझ दलित सरपंच के हाथों झंडा वंदन न कराकर किसी अन्य व्यक्ति से करवाया है।

सरपंच बारेलाल अहिरवार की पत्नी मुन्नी देवी.
सरपंच बारेलाल अहिरवार की पत्नी मुन्नी देवी.The Mooknayak

सरपंच की पत्नी बोली- प्रिंसिपल ने जातिगत अपमान किया है

सरपंच बारेलाल अहिरवार की पत्नी मुन्नी देवी भी गाँव की एक पंचवर्षीय सरपंच रह चुकी है। मुन्नी देवी ने द मूकनायक से बातचीत में बताया कि उनके पति और उनकी जाति का स्कूल की प्राचार्य ने अपमान किया है। सरपंच किसी भी जाति, धर्म का हो वह गाँव का मुखिया और गाँव का प्रथम नागरिक होता है। प्रशासन को प्राचार्य के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करनी चाहिए।

सरपंच बारेलाल अहिरवार का घर.
सरपंच बारेलाल अहिरवार का घर.The Mooknayak

पंचायती राज अधिनियम (Panchayati Raj Act) के प्रावधानों के अनुसार सरपंच को ही झंडा फहराना चाहिए। जानकारी के अनुसार प्रशासन ने पूरे मामले की जांच कराने की बात कही है। वहीं इस मामले में स्कूल की प्राचार्य शोभा श्रीवास्तव ने आरोपों को निराधार बताया है। जब हमने प्रिंसिपल से बात करने की कोशिश की तो उन्होंने कैमरे के सामने कुछ भी कहने से इंकार कर दिया। मौखिक रूप से अपना पक्ष रखते हुए प्राचार्य ने कहा कि उन्होंने सरपंच को आमंत्रित किया था। लेकिन स्वयं के फोन से बात न कर स्टाफ के एक अन्य शिक्षक से बुलाने को कहा गया था।

क्या है प्रोटोकॉल ?

पंचायत राज अधिनियम के तहत ग्राम पंचायत सरपंच गाँव का मुखिया और ग्राम के स्कूल का अध्यक्ष होता है। प्रोटोकॉल के अनुसार शासकीय स्कूल भवन पर झंडा फहराना सरपंच का अधिकार है। स्कूलों के द्वारा राष्ट्रीय पर्व स्वतंत्रता एवं गणतंत्र दिवस पर ग्राम के सरपंच को ध्वजारोहण के लिए लिखित आमंत्रण भेज कर आमंत्रित किया जाता है। यदि सरपंच व्यस्ततां के कारण या किसी कारण से शामिल नहीं होते तब स्कूल के प्राचार्य एवं अन्य गणमान्य नागरिकों द्वारा झंडा फहरवा दिया जाता है।

ग्रामीणों में रोष

इधर गाँव में सरपंच द्वारा झंडा नहीं फहराने को लेकर ग्रामीणों में भी रोष दिखाई दिया। ग्रामीणों ने कहा कि सरपंच की जाति देख कर स्कूल की प्रिंसिपल ने उन्हें झंडा नहीं फहराने दिया है। द मूकनायक से बातचीत करते हुए भगवंतपुर निवासी सहीम कुरैशी ने बताया कि जब वह और सरपंच और गाँव के अन्य लोग स्कूल पहुँचे तब तक झंडा फहरा दिया गया था। सरपंच प्राचार्य से उन्हें नहीं बुलाने का कारण भी पूछा इसी समय बातचीत किसी ने वीडियो बना लिया था जो वायरल हो रहा है। ग्रामीण सहीम कुरैशी ने कहा कि प्रिंसिपल की जातिवादी सोच के कारण सरपंच को नहीं बुलाया गया था। सरपंच अनुसूचित जाति वर्ग से आते हैं।

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