मध्य प्रदेशः इंदौर में दो आदिवासी युवकों को बंधक बनाकर पीटा, वीडियो वायरल

पुलिस ने मुख्य आरोपी सुमित चौधरी, जितेंद्र बघेल और प्रेम शंकर को गिरफ्तार कर लिया है।
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भोपाल। मध्य प्रदेश में आदिवासियों के खिलाफ अत्याचारों की घटनाएं लगातार सामने आ रही है। हाल ही में सीधी पेशाब कांड के बाद अब इंदौर में दो आदिवासी लड़कों के साथ मारपीट का एक वीडियो सामने आया है। वीडियो में एक युवक बेरहमी से दोनों आदिवासी युवकों को पाइप से पीटते दिख रहा है। मारपीट करने वाला युवक कतिथ जातिसूचक गालियां भी दे रहा है। वीडियो के वायरल होते ही आदिवासी संगठन जयस ने आदिवासियों के खिलाफ बढ़ते अत्याचारों को लेकर नाराजगी जाहिर की है। वहीं आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।

क्या है पूरा मामला

मध्य प्रदेश के इंदौर में शुक्रवार रात करीब 9.30 बजे धार जिले के नालछा के रहने वाले दो आदिवासी युवक बाइक से जा रहे थे, तभी सड़क पर बाइक फिसल गई और दोनों गिर गए। पीछे से आ रहे युवक ने उन्हें रास्ते से बाइक हटाने के लिए कहा और गाली देने लगा। युवक नशे में था। दोनों भाइयों ने गाली देने का विरोध किया तो दोनों के बीच विवाद हो गया। इसके बाद आरोपी युवक सुमित चौधरी अपने साथियों के साथ दोनों भाइयों को राऊ क्षेत्र में एक जगह जबरन ले गया। वहां दोनों को रातभर बंद रखा और बेरहमी से पीटा। इस पूरे घटनाक्रम की वीडियो बनाया जो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है।

युवक ने दी गांव में सूचना

दोनों भाई आरोपियों के चंगुल से छूट कर वहां से बाहर निकले और अपने गांव धार नालछा के सरपंच और परिजन को फोन करके घटना की जानकारी दी। दोनों को इलाज के लिए इंदौर एमवाय अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पीडि़त युवकों के मुताबिक आरोपी ने मारपीट के दौरान जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल भी किया। उन्हें पाइप से कई घण्टों तक बारी-बारी पीटा गया।

द मूकनायक से बातचीत करते हुए जयस के अध्यक्ष और विधायक डॉ. हीरालाल अलावा ने बताया कि प्रदेश में लगातार आदिवासियों के खिलाफ घटनाएं हो रही है। मध्य प्रदेश की बीजेपी सरकार घटनाओं में अंकुश लगाने पर नाकाम साबित हुई है। डॉ. अलावा ने कहा सीधी पेशाब कांड के बाद इंदौर में दो आदिवासी भाइयों को बंधक बना कर बेरहमी पीटा गया। मध्य प्रदेश में गुंडे और ओछी मानसिकता के लोग आदिवासियों को निशाना बना रहे है। हम यह मांग करते है कि देश के राष्ट्रपति और प्रदेश के राज्यपाल को अपने पद से नैतिकता के आधार पर इस्तीफा देना चाहिए। यह दोनों पदों पर आदिवासी समाज के लोग होने के बावजूद भी मध्य प्रदेश में आदिवासियों पर अत्याचार हो रहे हैं।

पुलिस के मुताबिक आदिवासी युवकों को पीटे जाने की घटना राऊ थाना क्षेत्र की है। पुलिस ने बताया 7 जुलाई को रात करीब साढ़े 9 बजे दोनों पीडि़त अपने भाई के साथ ट्रेजर फेंटसी के सामने से गुजर रहे थे। वहां उनकी बाइक फिसल गई। इस दौरान वहां तैनात गार्ड्स के साथ उनकी बहस हुई। जिस पर गार्ड्स उन्हें किडनैप कर गार्ड्स हाउस ले गए। वहां उनके साथ बुरी तरह से मारपीट की।

जैसे ही पुलिस को इसके बारे में सूचना मिली। पुलिस तत्काल अस्पताल पहुंची। उसके बाद आरोपियों पर आईपीसी, किडनैपिंग, मारपीट करना, गाली-गलौज करना, जुवेनाइल जस्टिस एक्ट और एससी-एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया। घटना का मुख्य आरोपी सुमित चौधरी सहित घटना में शामिल जितेंद्र बघेल और प्रेम शंकर को भी गिरफ्तार कर कार्रवाई की गई है।

पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने की कार्रवाई की मांग

इंदौर में आदिवासियों को बंधक बना कर पीटने की घटना को लेकर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा है कि दो आदिवासी बच्चों की बेरहमी से पिटाई का वीडियो सामने आया है, उसे देखकर रूह कांप जाती है। प्रदेश में आदिवासियों पर हो रहे अत्याचार सभी सीमाओं को लांघ गए हैं। इस मामले में सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।

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