गुजरात: दलित युवक को पूछताछ के लिए थाने ले गई पुलिस,पिटाई के बाद अस्पताल में हुई मौत

परिजनों ने शव लेने से किया इंकार, मृतक की पत्नी की तहरीर पर मुकदमा दर्ज.
सांकेतिक फोटो।
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राजकोट। गुजरात के राजकोट जिले की पुलिस एक दलित युवक को एक मामले में पूछताछ के लिए थाने लेकर गई थी। युवक की पूछताछ के दौरान अचानक हालत बिगड़ गई। पुलिस ने उसे अस्पताल में भर्ती कराया। अस्पताल में युवक की इलाज के दौरान मौत हो गई।

दरअसल, पूरा मामला राजकोट जिले के अंबेडकरनगर का है। अंबेडकरनगर से सटे खोडियारनगर में रहने वाले राजू सोलंकी नाम के शख्स का रविवार रात अपने पड़ोसी से झगड़ा हो गया था। इस दौरान राजू का बेटा जयेश हमीर के घर आया और मामला सुलझाने के लिए मदद मांगी थी। जिसके बाद हमीर राजू के साथ चला गया था। मौके पर आई पुलिस हमीर को साथ लेकर चली गई। 

घटना का जिक्र करते हुए हमीर की पत्नी बताती हैं-"जयेश मेरे पति को यह कहकर ले गया था कि अगर वह हस्तक्षेप करे तो मामला सुलझ सकता है। इसलिए वह साथ चले गए थे। मेरा बेटा अरमान भी पीछे-पीछे साथ गया था। लगभग 15 मिनट बाद बेटा वापस आया और उसने बताया पुलिस वाले आये थे, उन्होंने पिता की पिटाई की,जबरदस्ती गाड़ी में बैठाया और साथ  लेकर चले गए।"

गीता ने आगे बताया-"मेरी सास केसर ने पड़ोस में रहने वाले नानजी भाई को पूरी बात बताई। जिसके बाद  वह मालवीय नगर पुलिस स्टेशन गए। सोमवार को लगभग 1 बजे हमीर को अपने स्कूटर पर घर ले आए। जब वह घर आये तो वह बेहोशी की हालात में थे और कुछ देर बाद ही सो गए। मेरे पति को जल्दी उठने की आदत थी, लेकिन वह (सोमवार की सुबह) नहीं उठे। जब मैंने उसे जगाने की कोशिश की तो वह नहीं उठा। उसकी तबीयत खराब लग रही थी। बिस्तर पर ही पेशाब कर दिया था। जब उनके कपड़े बदलने लगी तो उनके शरीर पर चोटों के निशान देखे।"

गीता आगे बताती हैं-"हमीर के बड़े भाई हरेश उसे एक निजी अस्पताल ले गए। डॉक्टरों ने परिवार को बताया कि उन्हें ब्रेन हैमरेज हुआ है, जिसके बाद मैंने इसकी शिकायत मंगलवार को अधिकारियों से की। मेरी शिकायत पर मालवीय नगर पुलिस स्टेशन में मुकदमा दर्ज किया गया। मेरे पति की इलाज के दौरान मौत हो गई।"

हमीर की मौत के बाद परिजनों ने पुलिस पर हिरासत में उसे प्रताड़ित किये जाने के आरोप लगाए हैं। परिवार ने तब तक शव लेने से इनकार कर दिया जब तक कि घटना में कथित रूप से शामिल पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार नहीं किया जाता। वहीं दलित नेता और कांग्रेस विधायक जिग्नेश मेवाणी ने आरोप लगाया कि राजकोट के व्यक्ति की पुलिस हिरासत में “हत्या” की गई है।

इस मामले में राजकोट के पुलिस आयुक्त राजू भार्गव ने कहा कि घटना में शामिल पुलिसकर्मियों की पहचान कर ली गई है और दोषियों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जायेगी। आरोप यह है कि उसे पीटा गया, फिर वह कोमा में चला गया और मर गया। उन्होंने कहा कि हमीर, जो लगभग 30 वर्ष का था, कुछ बीमारियों से भी जूझ रहा था। उसे गुर्दे से जुड़ी समस्याएं थी साथ ही लंबे समय से उसे मुधमेह भी था। हम उनकी पोस्टमॉर्टम जांच की रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं।

हमीर के शव को शहर में राज्य सरकार द्वारा संचालित सिविल अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया। दलितों की भीड़ अस्पताल में जमा हो गई। भीड़ का कहना था कि जब तक आरोपी पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार नहीं किया जाता तब तक वे शव को नहीं लेंगे। पोस्टमार्टम के बाद देर शाम तक दलित समाज के लोग राजकोट सिविल अस्पताल के बाहर प्रदर्शन कर रहे थे।

जिग्नेश मेवाणी ने कहा हिरासत में हुई हत्या

दलित नेता और वडगाम विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस विधायक जिग्नेश मेवाणी ने आरोप लगाया कि राठौड़ की पुलिस ने हत्या की है। मेवाणी ने अपने आधिकारिक ‘एक्स’ अकाउंट पर कहा है कि ‘यह हिरासत में हुई हत्या है जिसमें गुजरात देश में शीर्ष पर है।’

उन्होंने यह भी कहा- "राठौड़ के परिजन तब तक पीड़ित के शव पर दावा नहीं करेंगे, जब तक कि वर्तमान में राज्य रिजर्व पुलिस बल के राजकोट-मुख्यालय समूह 13 के कमांडेंट के रूप में तैनात आईपीएस अधिकारी सुधा पांडे को मामले की जांच नहीं सौंपी जाती। हम मांग करते हैं कि भ्रष्ट अधिकारियों के बजाय… ऐसे अधिकारियों को जांच सौंपी जाए जिनकी ईमानदारी पर सवाल नहीं उठाया जा सकता। मैं आईपीएस अधिकारी सुधा पांडे की अध्यक्षता में जांच की मांग करता हूं। जब तक सुधा जी को जांच नहीं सौंपी जाती तब तक पीड़ित का परिवार उसके शव पर दावा नहीं करेगा।"

पुलिस कमिश्नर बोले- "दोषियों को नहीं बख्शेंगे"

मामले में राजकोट के पुलिस कमिश्नर राजू भार्गव ने कहा कि 30 साल के हमीर गुर्दे और डायबिटीज जैसी बीमारियों से जूझ रहा था। पुलिस उसे किसी और से जुड़ी काॅल के संबंध में थाने लाई थी। इस दौरान उसने हस्तक्षेप करने की कोशिश की। परिजनों का आरोप है कि पुलिस की पिटाई के बाद वह कोमा में चला गया और दो दिन बाद उसकी मौत हो गई। फिलहाल हमें पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है। बहरहाल मृतक की पत्नी की तहरीर पर मालवीय नगर थाने में भारतीय दंड संहिता की धारा 307 और 323 के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

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