राजस्थान: बाबा साहब भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा लेकर चल रहे बारातियों से मारपीट

भरतपुर जिले की घटना, 26 जनवरी को बारात में शामिल लोगों को जातिवादी हमलावरों ने पीटा, मुकदमा दर्ज होने के एक सप्ताह बाद भी पुलिस की गिरफ्त से दूर आरोपी
मारपीट
मारपीटसांकेतिक चित्र

जयपुर। राजस्थान में बाबा साहब भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा को लेकर गत एक सप्ताह में दो विवाद उपजे हैं। पहला मामला कोटा जिले के सांगोद उपखण्ड क्षेत्र के एक राजकीय विद्यालय में गणतंत्र दिवस पर चल रहे समारोह में बाबा साहब की तस्वीर लगाने की मांग करने पर विद्यालय प्रशासन ने आधा दर्जन दलित युवकों पर मुकदमा दर्ज करवा दिया।

दूसरा मामला गणतंत्र दिवस के दिन राजस्थान के ही भरतपुर जिले में दलित युवक की बिंदोरी में असामाजिक तत्वों का झुंड बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की तस्वीर को बारातियों से छीन कर तोड़ देता है। विरोध करने पर बारातियों से मारपीट कर दूल्हे तक से हाथापाई होती है। आरोप है कि बाबा साहब की तस्वीर को पैरों तले कुचला जाता है। पीड़ितों ने थाने में शिकायत की, लेकिन 4 दिन तक कोई एफआईआर दर्ज नहीं की जाती है। 

तोड़ी बाबा साहब की तस्वीर

ग्रामीणों ने बताया कि 26 जनवरी के दिन भरतपुर जिले के सेवर थाना इलाके के नगला खोरी गांव में शादी थी। शाम करीब 8 बजे बारात की चढ़ाई के साथ बिंदौरी निकाली जा रही थी। इस दौरान एक युवक बारात के साथ हाथों में बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर की तस्वीर लेकर चल रहा था। इस दौरान अचानक कुछ लोग आए। आते ही बाबा साहब की तस्वीर छीन कर उसे तोड़ दिया।

ग्रामीणों का आरोप है कि, युवक ने इसका विरोध किया तो उसके साथ मारपीट शुरू कर दी। बारातियों ने मारपीट का कारण पूछा तो उनके साथ भी अभद्रता कर मारपीट की गई। आरोपियों ने बारात को रोक दिया।

दहशत में आए बारातियों ने घटना की सूचना पुलिस को दी। सूचना पर सेवर थाना पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस को देख आरोपी शांत हुए। बारातियों ने आरोपियों के बारे में पुलिस को बताया, लेकिन पुलिस ने उन्हें पकड़ने की बजाय जाने दिया। आरोपियों के जाने के बाद बारात को रवाना किया गया। पीड़ितों ने 27 जनवरी को सेवर पुलिस थाने पहुंच कर आरोपियों के खिलाफ शिकायत दी, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। 

चौथे दिन मुकदमा दर्ज, लेकिन गिरफ्तारी नहीं

4 दिन बीतने के बाद भी सेवर थाना पुलिस ने मामला दर्ज नहीं किया तो बहुजन संगठनों से जुड़े लोग पीड़ित बारातियों के साथ भरतपुर एसपी ऑफिस पहुंचे थे। जहां उन्होंने पुलिस के उच्च अधिकारियों को अपनी पीड़ा बताई। तब जाकर सेवर थाना पुलिस ने मामला दर्ज किया। 

एक सप्ताह बाद भी गिरफ्तारी नहीं

भीम आर्मी प्रदेश सचिव कृष्ण मेघवाल ने द मूकनायक से कहा कि राजस्थान में दलित, आदिवासी, अल्पसंख्यक व पिछड़ों को टारगेट कर प्रताडि़त किया जा रहा है। शासन यह सब होते देख रहा है। सिस्टम में बैठे अधिकारी जाति आधारित मानसिकता के साथ अपराध करने वाले लोगों पर कार्रवाई नहीं कर ऐसी घटनाओं को बढ़ावा देने में सहयोग कर रहे हैं। भरतपुर में 26 जनवरी को बाबा साहब की तस्वीर तोड़ कर बारातियों से मारपीट की गई, लेकिन एक सप्ताह बाद भी आरोपी गिरफ्तार नहीं हुए। यह कैसी कानून व्यवस्था है। दूसरी तरफ कोटा में 26 जनवरी को सरकारी स्कूल में बाबा साहब की तस्वीर लगाने की मांग करने पर दलितांे के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया। अब बहुजन इस भेदभाव को बर्दाश्त नहीं करेगा। 

'पूछताछ कर रहे हैं'

प्रशिक्षु आईपीएस अधिकारी ज्योति ब्रजेश उपाध्याय ने द मूकनायक को बताया कि पीड़ित पक्ष के बयान लिए हैं। आरोपी पक्ष के लोगों से पूछताछ कर रहे हैं। जांच में जो भी होगा निष्पक्ष कार्रवाई करेंगे।

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