ग्राउंड रिपोर्ट: सड़क हादसे में दो दलित मजदूरों की मौत के 5 दिन बाद भी परिजनों को नहीं मिली आर्थिक सहायता, प्रशासन वादे से मुकरा

मृतक सुरेंद्र और थार जीप, जिससे दुर्घटना हुई
मृतक सुरेंद्र और थार जीप, जिससे दुर्घटना हुई

प्रशासन ने 24 घंटे में पांच लाख रुपए की आर्थिक मदद देने का किया था वादा, एक मकान और मृतक की पत्नी को अस्थायी नौकरी का भी दिया था आश्वासन।

लखनऊ। यूपी की राजधानी लखनऊ के निशातगंज की पेपर मिल कालोनी तिराहे के पास 23-24 नवम्बर के दरमियान रात को 140 किमी प्रति घण्टा की तेज रफ्तार से चल रही थार जीप ने सड़क पर काम कर रहे दो दलित मजदूरों को कुचल दिया। हादसे में दोनों मजदूरों की मौत हो गई। इस मामले में पुलिस ने आज आरोपी थार चालक नमन तोमर (24) को गिरफ्तार करने का दावा किया है। पीड़ित परिवार को नियामानुसार अनुसूचित जाति/ जनजाति समुदाय का होने पर मिलने वाली आर्थिक सहायता नहीं मिल सकी है। इसे लेकर पुलिस उपायुक्त मध्य राजेश श्रीवास्तव ने परिवार को हर सम्भव आर्थिक सहायता प्रशासन से पत्राचार कर दिलाने की बात कही है।

जानिए क्या है पूरा मामला?

यूपी के लखनऊ के महानगर क्षेत्र के निशातगंज में पेपर मील तिराहे के पास स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत कार्यदायी संस्था एस जे इंजीनियरिंग एन्ड सॉल्यूशन ब्रेकर के निर्माण का कार्य करवा रही है। बीते 23-24 नवम्बर के दरमियान रात को निशातगंज के आठवीं गली के रहने वाले सुरेंद्र कुमार गौतम और रायबरेली के लालगंज क्षेत्र के रहने वाले सन्दीप पासवान सहित तीन अन्य मजदूर काम कर रहे थे। प्रत्यक्षदर्शी के मुताबिक, सिकंदरबाग चौराहे की ओर से बिना नम्बर प्लेट की तेज रफ्तार थार निशातगंज की ओर जा रही थी। इसी बीच अत्यधिक रफ्तार और सड़क पर बने ब्रेकर के कारण थार अनियंत्रित हो गई। कार चालक गाड़ी को नहीं रोक सका और मजदूरों को रौंद दिया। हादसे में पांचों मजदूर गंभीर घायल हो गए। तेज रफ्तार थार भी क्षतिग्रस्त हो गई। राहगीरों और स्थानीय लोगों की मदद से घायलों को सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान दो मजदूरों ने दम तोड़ दिया।

मामले को दबाने का हुआ प्रयास

सुरेंद्र के भाई महेंद्र ने बताया, "पहले घटना को दबाने का प्रयास किया जा रहा था। गाड़ी घटनास्थल से लेकर आरोपी फरार हो गया। उसने गाड़ी लेकर महानगर के छन्नी लाल चौराहे के पास एक गैराज पर रोक दी। वह गैराज में गाड़ी खड़ा करना चाह रहा था। लेकिन गैराज के गार्ड ने बिना गैराज मालिक के अनुमति के गाड़ी गैराज के अंदर लेने से मना कर दिया। इस पर वाहन मालिक गाड़ी मौके पर छोड़कर फरार हो गया।"

घटना के बाद जमा भीड़ और परिजनों को समझाती पुलिस
घटना के बाद जमा भीड़ और परिजनों को समझाती पुलिस

परिजनों को सुबह 6 बजे हुई घटना की जानकारी

परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने घटना के लगभग 5 घण्टे बाद सुबह 6 बजे सुरेन्द्र की सड़क दुर्घटना में मौत की जानकारी दी। सुरेंद्र के परिवार में उसकी पत्नी नम्रता और दो छोटे बच्चे है। सुरेंद्र के पिता की मौत हो चुकी है। सुरेंद्र की मां दिव्यांग है। बड़ा भाई महेंद्र भी मजदूरी का काम करता है। दोनों की कमाई से ही पूरा घर चलता था।

ठेकेदार पर लाखों रुपए हड़पने का आरोप

सुरेंद्र के भाई महेंद्र का आरोप है कि, "मेरा भाई सरोज के साथ पिछले दो सालों से काम कर रहा था। मेरे भाई के लगभग एक लाख पचास हजार रूपए ठेकेदार सरोज ने नहीं दिए। जब उससे रुपए मांगे जाते थे तब वह मामले को टालने का प्रयास करता था। उसने कई बार सुरेंद्र को काम से निकालने के लिए भी धमकाया था। सरोज स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट का ठेका लेने वाली कम्पनी के लेबर कॉन्ट्रेक्टर हैं।"

बहन की शादी के लिए जोड़ रहा था पैसा, 4 माह बाद है शादी

सन्दीप (21) रायबरेली के लालगंज के दतौली गांव का रहने वाला था। उसके पिता राजू पासवान भी मजदूरी का काम करते है। राजू पासवान के चार बेटे और दो बेटियां हैं। सुरेंद्र की बड़ी बहन की चार महीने बाद शादी है। सुरेंद्र के पिता राजू और सुरेंद्र मिलकर बहन की शादी के लिए पैसे जोड़ने के लिए दिन रात मजदूरी कर रहे थे। सुरेंद्र की मौत के बाद से पूरे परिवार में मातम पसर गया है। अब राजू पासवान पर ही शादी की पूरी जिम्मेदारी आ गई है।

सुरेंद्र का शव और परिजन
सुरेंद्र का शव और परिजन

ठेकेदार की तहरीर पर लिखा गया मुकदमा

इस पूरी घटना को लेकर एसजे सॉल्यूशन कम्पनी के मालिक अनूप पांडेय की तहरीर पर पुलिस ने आरोपी वाहन चालक के खिलाफ आईपीसी की धारा- 304 व 279 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है।

घटना के पांच दिन बाद हुई आरोपी की गिरफ्तारी

इस पूरे मामले में महानगर थाने की पुलिस ने घटना के पांच दिन बाद आज 28 नवम्बर 2022 को आरोपी वाहन चालक की गिरफ्तारी किए जाने का दावा किया है। आरोपी चालक की पहचान नमन तोमर (24) के रूप में की गई है। थाना प्रभारी महानगर केशव तिवारी ने बताया, "नमन के नाना की अमीनाबाद में स्टेशनरी की दुकान है। नमन के माता-पिता मूक-बाधिर हैं। आरोपी का मेडिकल कराने के बाद उसे जेल भेज दिया जाएगा।"

क्या बोले जिम्मेदार

इस पूरी घटना को लेकर अपर पुलिस उपायुक्त राजेश श्रीवास्तव ने बताया, "पीड़ित परिवार की हर सम्भव मदद करने का प्रयास किया जा रहा है। आरोपी वाहन चालक की गिरफ्तारी की जा चुकी है।"

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