
नई दिल्ली। शहर के व्यस्ततम इलाके करोल बाग में, कुछ अज्ञात व्यक्तियों के एक समूह ने 55 वर्षीय सफाई कर्मचारी को काम पर जाने के दौरान घेर लिया। उन्होंने सफाई कर्मी पर दबाव बनाया और उसे धार्मिक नारे लगाने को कहा। चूँकि वह भीड़ को देखकर डर गया इस कारण उसने “राम राम” बोला। भीड़ ने उसे जबरन “जय श्री राम” बोलने पर मजबूर किया। जब इससे मन नहीं भरा तो उससे "हनुमान चालीसा" पढ़ने को कहा,जब वह ऐसा करने में असमर्थ हुआ तो लोगों ने उसकी पिटाई कर दी।
दिल्ली में भीम आर्मी के जिला संयोजक हिमांशु वाल्मीकि के जरिये यह घटना प्रकाश में आई। द मूकनायक से बात करते हुए, हिमांशु वाल्मीकि ने कहा -'यह धार्मिक रूप से प्रेरित हिंसा है,जो जातीय भेदभाव को बताती है।'
जब उनसे हमलावरों के विषय में पूछा गया, तो उन्होंने कहा इस पूरे मामले की जांच की जानी बाकी है, लेकिन इस घटना को देखकर,कोई भी अनुमान लगा सकता है कि इस घटना को ‘विश्व हिंदू परिषद’ या ‘बजरंग दल’ जैसी संगठनों ने अंजाम दिया है,क्योंकि ऐसी घटना के लिए उन्हें ही दोषी ठहराया जाता है। अधिकाँश मामलों में ऐसी घटनाये उनके दलों के दवारा ही की जाती हैं।
हिमांशु ने द मूकनायक को बताया, घटना के बाद पीड़ित को पटेल नगर पुलिस स्टेशन ले जाया गया, जहाँ उसने शिकायत दर्ज कराई। पीड़ित दिल का मरीज है,अतः उसकी हालत काफी बिगड़ गई थी इसलिए उसे इलाज के लिए नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया था। इस मामले में एफआईआर हो गई है, लेकिन अभी तक उसकी कॉपी नहीं मिली है।"
हिमांशु वाल्मीकि ने पूरे मामले को एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट किया था। उन्होंने पीड़ित का एक वीडियो पोस्ट किया है,जिसमें सफाईकर्मी उसके साथ हुई बर्बरता को रोते हुए बता रहा है। वीडियो में, पीड़ित को यह कहते हुए सुना जा सकता है, "मुझे कहा भंगी है तू!" (यह एक गाली है जिसका इस्तेमाल अक्सर दलित समुदाय के सदस्यों के खिलाफ किया जाता है।)
हिमांशु ने कहा है -'ऐसी घटनाएं मुख्य रूप से मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और अन्य जैसे उत्तरी राज्यों में होती हैं। हालांकि, राजधानी शहर में ऐसी घटनाओं का होना चिंताजनक है।'
उन्होंने कहा, "जिस धर्म के नाम पर हमारी सरकारी नौकरियाँ छीन ली गईं और हमें शिक्षा से वंचित कर दिया गया, अब उसी धर्म का इस्तेमाल सड़कों पर लोगों पर हमला करने के लिए किया जा रहा है।"
द मूकनायक ने पटेल नगर पुलिस स्टेशन से संपर्क करने का प्रयास किया, लेकिन सम्पर्क नहीं हो पाया।
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