रंग लगाने से मना करने पर दलित महिला को लाठी-डंडों से पीटा

यूपी के बाराबंकी जिले का मामला, पीड़िता की रिपोर्ट पर Sc/St Act सहित मारपीट की धाराओं में मामला दर्ज
दलित महिला
दलित महिला

लखनऊ। यूपी के बाराबंकी में एक दलित महिला ने रंग लगवाने से मना कर दिया। महिला द्वारा मना करने पर गांव के ही व्यक्ति को बात नागवार गुजरी। युवक ने महिला को जातिसूचक गालियां दीं। जब महिला ने इसका विरोध किया तो लोगों ने मिलकर महिला की लाठी-डंडों से बर्बरता के साथ पिटाई कर दी। इस घटना का वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल है। पुलिस ने इस मामले में पीड़िता की तहरीर पर मुकदमा लिख लिया है। पुलिस ने इस मामले में आज शाम को दोनों नामजद आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।

जानिए क्या है पूरा मामला

यूपी के बाराबंकी में जहांगीराबाद थाना क्षेत्र के पिपराली गांव पड़ता है। इस गांव में ही रजनी रहती हैं। रजनी अनुसूचित जाति समाज से हैं। रजनी ने बताया-"मैं अपने घर में खाना बना रही थी। तभी पंकज यादव नाम का गांव का एक युवक अपने कुछ साथियों के साथ उसे रंग लगाने के लिये पहुंच गया। मैंने उससे कहा कि उसकी तबीयत खराब है। मैं रंग नहीं लगवा सकती। इस पर उसने भद्दी-भद्दी गालियां दीं। मैं इसकी शिकायत करने अपने पति के साथ जहांगीराबाद थाने चली गई।"

वीडियो सोशल मीडिया पर हुआ वायरलरजनी आगे बताती हैं-

"मैं अपने पति के साथ थाने से घर वापस आई। मेरे पति दुकान पर चले गए। थाने पर शिकायत की बात का पता चलते ही पंकज यादव दोबारा मेरे घर पहुंच गया। उन्होंने मेरे साथ मारपीट शुरू कर दी। उन्होंने मुझे जमीन पर पटक दिया। फिर लाठी डंडों से जमकर पिटाई की।"महिला के पूरे शरीर पर चोट के निशानरजनी घटना का जिक्र करते हुए कहती हैं-"

मेरे पूरे शरीर पर चोट के निशान थे। मैं दोबारा थाने गई और पुलिस से इसकी शिकायत की। पुलिस ने मेरी तहरीर पर मामला दर्ज कर लिया।इन धाराओं में दर्ज हुआ मुकदमापीड़िता की तहरीर पर पुलिस ने पंकज यादव और रमाकांत यादव के खिलाफ आईपीसी की धारा- 354,323,504,506 व एससी एसटी 3(1) (द) (घ) और 3(2) (va) दर्ज कर लिया है। वहीं इस मामले में थाना प्रभारी ने बताया दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।

द मूकनायक की प्रीमियम और चुनिंदा खबरें अब द मूकनायक के न्यूज़ एप्प पर पढ़ें। Google Play Store से न्यूज़ एप्प इंस्टाल करने के लिए यहां क्लिक करें.

Related Stories

No stories found.
The Mooknayak - आवाज़ आपकी
www.themooknayak.com