यूपी के बस्ती में दलित लड़के से बर्बरता: नग्न कर पिटाई, फिर किया गया पेशाब, आहत होकर लगाया फांसी

मृतक की मां ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस ने पैसा खा लिया है, जिसकी वजह से कोई कार्रवाई नहीं कर रही है.
रोते-बिलखते परिजन
रोते-बिलखते परिजन
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उत्तर प्रदेश: राजधानी लखनऊ से लगभग 200 किमी दूर स्थित पूर्वी यूपी के बस्ती जिले में 17 साल के एक दलित लड़के के साथ बर्बरता का मामला सामने आया है. आरोप है कि मनबढ़ों ने उसे बर्थडे पार्टी में बुलाया, फिर उसे नग्न कर बेरहमी से पीटा. इतने से भी मन नहीं भरा तो उसके मुंह पर पेशाब कर दिया और वीडियो बनाकर वायरल करने की धमकी देने लगे. इन सबसे आहत होकर पीड़ित ने घर पहुंचकर फंदे से लटक कर जान दे दी. दोनों पक्ष के एक ही समुदाय के बताए जा रहे हैं.

आरोप है कि जब परिजन स्थानीय पुलिस के पास शिकायत करने पहुंचे तो उन्हें सुना नहीं गया. मजबूरी में वे शव लेकर एसपी ऑफिस पहुंच गए, जिससे महकमे में हड़कंप मच गया. जिसके बाद आनन-फानन में एफआईआर दर्ज हुई और जांच-पड़ताल शुरू की गई.

मामला बस्ती जिले के कप्तानगंज थाना क्षेत्र के कोइलपुरा गांव का बताया जा रहा है. युवक की मौत के बाद परिजन लाश लेकर थाने पहुंचे लेकिन पीड़ित परिवार की कोई सुनवाई नहीं हुई. जिसके बाद परिजन शव लेकर जब पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचे और धरना शुरू कर दिया तो हड़कंप मच गया. आनन-फानन में मुकदमा दर्ज कर बस्ती पुलिस ने आगे की कार्यवाही शुरू कर दी. लेकिन इस पूरी कार्यवाही में एक लाश कई घंटों तक न्याय के लिए भटकती रही.

कप्तानगंज थाना
कप्तानगंज थाना

आपको बता दें 20-21 दिसंबर की रात को आदित्य को गांव के विनय कुमार ने फोन कर बर्थडे पार्टी में बुलाया. जब आदित्य रात में बर्थडे पार्टी में शामिल होने गया तो वहां पर चार और लोग मौजूद थे. इन लोगों ने पहले आदित्य को नग्न करके जमकर मारा पीटा, उसके बाद आदित्य के मुंह में पेशाब कर दिया. इस घटना का चारों दरिंदों ने वीडियो भी बना लिया और वीडियो को वायरल करने को धमकी देने लगे. जब आदित्य ने वीडियो डिलीट करने की मिन्नत की तो उसको थूक भी चटवाया.

परेशान आदित्य ने अपने परिजनों को सारी बात बताई. परिजनों ने कप्तानगंज थाने पर तहरीर दी. परिजनों का कहना है कि पुलिस ने तहरीर ले ली लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की, जिससे मनबढ़ों के हौसले और बढ़ गए. वे लगातार आदित्य को प्रताड़ित करने लगे, जिससे आहत होकर नाबालिग ने अपने जीवन की लीला समाप्त कर ली.

बेटे की मौत और कार्रवाई न होने से नाराज परिजन शव लेकर कप्तानगंज थाने पहुंच गए, घंटों इंतजार के बाद भी जब कोई आश्वासन नहीं मिला तो परिजन शव को लेकर एसपी कार्यालय पहुंच गए. जिसके बाद मौके पर बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स पहुंच गई. सीओ से कार्रवाई का आश्वासन मिलने के बाद परिजन शव को पोस्टमार्टम के लिए ले गए.

मृतक युवक संतकबीर नगर के निघरी गांव का रहने वाला था, जो अपने मामा के घर बस्ती में रहता था. मृतक की मां ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस ने पैसा खा लिया है, जिसकी वजह से कोई कार्रवाई नहीं कर रही है. वहीं, मृतक के मामा विजय कुमार ने बताया कि बर्थडे के बहाने फोन करके बुलाया था, पहले से क्या रंजिश थी उसकी जानकारी नहीं है.

वहीं, सीओ प्रदीप कुमार त्रिपाठी ने बताया कि परिजनों को तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है. मामले की जांच की जा रही है, जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.

राज्य सरकार की विफल कानून व्यवस्था पर भी गंभीर सवाल: चंद्रशेखर आजाद

मामले पर सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट करते हुए आज़ाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व सांसद चद्रशेखर आज़ाद ने लिखा कि, "उत्तर प्रदेश के जिला बस्ती के कप्तानगंज में दलित किशोर को निर्वस्त्र कर मारने-पीटने, पेशाब पिलाने और इस घटना के बनाएं गए वीडियो को डिलीट करने की कहने पर थूक चटवाने की घटना मानवता को शर्मसार करने वाली है।"

उन्होंने आगे कहा, "इस हृदयविदारक घटना के बाद भी प्रशासन की लापरवाही और आरोपियों को छोड़ने जैसी कार्यवाही से आहत होकर दलित किशोर को आत्महत्या के लिए मजबूर होना पड़ा। यह न केवल प्रशासन की संवेदनहीनता को उजागर करता है, बल्कि राज्य सरकार की विफल कानून व्यवस्था पर भी गंभीर सवाल खड़े करता है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी से सवाल है: क्या यह आपकी 'जीरो टॉलरेंस' की नीति का हिस्सा है, जहां पीड़ित को न्याय की उम्मीद में जान गंवानी पड़ती है? अमानवीयता का यह दौर कब तक चलेगा? दोषियों और लापरवाह पुलिसकर्मियों पर सख्त कार्यवाही करें।"

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