राजस्थान में नीले झण्डे से नाराज मनबढ़ ने दलित युवक को पीटा, एमपी में कुर्सी पर बैठने से दलित युवक की पिटाई

सांकेतिक
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जयपुर। राजस्थान के बाड़मेर जिले में सदर थाना इलाके के राणी गांव में नीला झण्डा लेकर गांव पहुंचे भीम आर्मी कार्यकर्ता के साथ मनबढ़ों ने मारपीट कर दी। आरोपी ने दलित युवक को पीटते हुए कहा कि तुम्हारी इतनी हिम्मत जो राणी गांव में नीला झण्डा लेकर घुस रहे हो। आरोपी ने बाबा साहब के सम्मान में भी अभद्रता की है। पीड़ित भीम आर्मी कार्यकर्ता ने पुलिस को दी रिपोर्ट में यह आरोप लगाए हैं। पुलिस ने 24 जुलाई को आरोपी भवानी सिंह पुत्र वाग सिंह राजपूत निवासी राणी गांव के खिलाफ मारपीट और अनुसूचित जाति, जनजाति अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज कर ली, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की। आरोप है कि आरोपी अभी भी पीड़ित परिवार को जान से मारने की धमकी दे रहा है।

यह है घटनाक्रम

बाडमेर जिले के सदर पुलिस थाना इलाके के राणी गांव का भंवरलाल पुत्र मूलारक जानी मेघवाल 21 जुलाई को दिल्ली जंतर मंतर पर आयोजित आजाद समाज पार्टी और भीम आर्मी की रैली में शामिल होने गया था। 22 जुलाई की शाम को दिल्ली में आयोजित रैली में शामिल होकर बाड़मेर से अपने वाहन से वापस गांव जा रहा था। शाम साढ़े चार बजे के लगभग गांव में बैंक के पास केसाराम मेघवाल की दुकान के सामने खड़ा था। यहां प्रार्थी ने वाहन पर लगा नीले रंग का झण्डा वाहन से उतार कर दुकान पर एक तरफ रख दिया। प्रार्थी दुकान के अंदर बैठे राजूराम और हिन्दुराम से बात करने लगा।

इस दौरान कुछ लोग दुकान के बाहर भी बैठे हुए थे। इतने में आरोपी भवानी सिंह पुत्र वागसिंह राजपूत निवासी राणी गांव अपने दो साथियों के साथ आया। आते ही आरोपी ने जातिसूचक शब्द बोलते हुए कहा कि यह नीला झण्डा यहां किसने लगा रखा है। इस पर प्रार्थी ने कहा कि मैंने रखा है। इसे बात से नाराज आरोपी ने झण्डे को तोड़ दिया। जातिगत गाली देते हुए झण्डे को पांव के नीचे लेकर कुचलने लगा। प्रार्थी ने कहा कि यह झण्डा बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर का प्रतीक है। इसे इस तरह पैरों तले मत कुचलो। इस पर आरोपी ने बाबा साहब के सम्मान में अभद्रता करते हुए झण्डे का डंडा निकाल कर मारपीट करना शुरू कर दिया। पीटते हुए आरोपी भवानी सिंह ने जातिगत गाली देते हुए कहा कि तुम्हारी इतनी हिम्मत जो यह नीला झण्डा लेकर राणी गांव में घुस रहे हो। इसके बाद आरोपी अपने साथियों के साथ वहां से चला गया।

पीड़ित भंवरलाल ने द मूकनायक को बताया कि यह घटना बैंक के सीसीटवी कैमरे में कैद हुई है, लेकिन पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। पीड़ित का कहना है कि आरोपी आदतन अपराधी है। इससे पूर्व भी कई लोगों के साथ मारपीट और लूट कर चुका है। इसके खिलाफ पुलिस थाने में कई मामले दर्ज है।

इस घटना को लेकर द मूकनायक ने बाडमेर सदर थानाधिकारी किसन सिंह से की गई कार्रवाई की जानकारी ली तो सिंह ने कहा कि इस मामले की जांच वृताधिकारी के पास है। अभी तक इस मामले में कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है।

मध्य प्रदेश: कुर्सी पर बैठा दलित, दुकान संचालक ने पीटा

मध्य प्रदेश में आए दिन दलितों से जातिगत भेदभाव की घटनाएं सामने आती रहती हैं। हाल ही में प्रदेश के दमोह जिले के जेरठ चौकी क्षेत्र में आने वाले हिनौता घाट गांव में चाय की दुकान पर चाय पी रहे एक दलित को दुकानदार के बेटे ने लात मारकर गिरा दिया और उसके बाद मारपीट कर दी।

दलित युवक का आरोप है कि वह अनुसूचित जाति का है, इसलिए उसके साथ इस तरह का व्यवहार किया गया। इतना ही नहीं अगले दिन दोपहर गांव में पंचायत बुलाई गई। वहां पर भी आरोपियों ने उसके साथ मारपीट की। पीड़ित ने पथरिया थाने में जाकर शिकायत दर्ज कराई। जिसके बाद पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है।

पीड़ित रामकिशोर अहिरवार ने पुलिस को बताया की हिनौता घाट गांव में चाय की दुकान पर चाय पीने पहुंचा था। तभी चाय दुकान संचालक के बेटे ने मुझे लात मार दी, क्योंकि मैं कुर्सी पर बैठा था। उसने जाति का अपमान भी किया। गुरुवार को समझौते के लिए पंचायत बुलाई गई थी। जिसमें अपना पक्ष रखने के लिए मैं अपने पिता के साथ पहुंचा था। वहां पर भी आरोपी प्रदीप लोधी उसके चाचा सूरज लोधी, चंदन लोधी और गजराज लोधी ने मेरे साथ मारपीट की। इसके बाद मैं पथरिया थाने पहुंचा और पुलिस से शिकायत की। पथरिया टीआई रजनी शुक्ला ने बताया कि पीड़ित की शिकायत पर आरोपियों के खिलाफ एट्रोसिटी और अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। आरोपी गिरफ्तार कर लिए गए है।

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