अंबाला। देश में लगातार पिछड़े, दलितों व अल्पसंख्यक समाज के लोगों के साथ अत्याचार के मामले बढ़ रहे हैं। एक ऐसी ही घटना के क्रम में, हरियाणा के अंबाला में वाल्मीकि समाज के एक युवा को कथित रूप से ठाकुर समाज (राजपूत समुदाय) के कुछ लोगों ने गोली मार दी।
क्या है पूरा मामला?
यह घटना अंबाला की है। मुलाना के सरकरपुर गांव में विनोद वाल्मीकि पर कथित रूप से कुछ ठाकुर समाज के गुंडों ने हमला कर दिया। पहले बहस हुई और अंत में बहस लड़ाई में बदल गई। ठाकुरों ने विनोद पर गोली चला दी जो उसके पैर में जा कर लगी। विवाद में न सिर्फ विनोद को घायल किया गया बल्कि उसकी गाड़ी भी तोड़ दी गई।
घायलवस्था में विनोद को मुलाना सीएचसी में इलाज के लिए भर्ती किया गया और मेडिकल में पुष्टि हुई कि टांग में गोली लगी है। विनोद ने एक वीडियो शेयर करके अपने साथ हुई घटना की जानकारी भी दी है।
घायल विनोद का आरोप है कि, जब वह शिकायत के लिए पुलिस के पास पहुंचा तो वहां पुलिस ने उल्टा उन्हें ही डांटा। विनोद ने मुलाना पुलिस को आरोपियों के खिलाफ लिखित शिकायत दी। 2 दिन बीत जाने के बावजूद पीड़ित के न बयान दर्ज हुए और न ही आरोपियों की गिरफ्तारी ही हुई।
ठेके पर हुई बहस
जानकारी के मुताबिक, मुलाना में रात 10 बजे सरकपुर ठेके पर ये घटना हुई। पीड़ित विनोद कुमार का कहना है कि वह रात 10 बजे अपने रिश्तेदारों के साथ ठेके पर शराब लेने गया था। वहां सेल्समैन के साथ उसकी किसी बात को लेकर बहस हो गई। सेल्समैन ने अपने आदमियों को बुला लिया।
विनोद ने बताया कि, I-20 गाड़ी में 4 लोग आए और उसके साथ मारपीट करने गले। 4 लोगों में से एक विक्की नाम के आदमी ने विनोद पर गोली चला दी।
जानकारी के अनुसार आरोपियों के नाम विक्की राणा, छागू राणा है जो पानीपत के पंडू से हैं।
घायल अवस्था में पहुंचा थाने
विनोद के ऊपर जानलेवा हमला हुआ। घायल अवस्था में ही विनोद मुलाना थाने पहुंचा। विनोद का कहना है कि पुलिस ने उल्टा उसे ही धमकाया। पुलिस ने कहा, "तू रात 10 बजे ठेके पर लेने क्या गया था? तुझे नहीं पता कि लॉकडाउन लगा हुआ है।"
विनोद ने बताया कि पुलिस ने मौके का मुआयना नही किया। पुलिस ने न तो मौके का मुआयना किया और न ही विनोद को अस्पताल ले गए। पुलिस ने कहा कि यहां से जाओ और जाकर अपना इलाज कराओ।
विनोद वाल्मीकी ने बताया कि, वह घायल अवस्था में ही अकेले डिस्पेंसरी गए और अपना इलाज करवाया।
दर्ज कराई शिकायत लेकिन कार्रवाई नहीं हुई
विनोद ने मुलाना पुलिस को सवर्ण पक्ष के आरोपियों के खिलाफ लिखित शिकायत दी है। विनोद ने शिकायत तो दर्ज करा दी है लेकिन आरोप लगाया है कि, पुलिस की ओर से अभी तक कोई एक्शन नहीं लिया गया है। न तो पुलिस ने किसी को गिरफ्तार किया है और न ही पीड़ित का बयान दर्ज किया गया है।
आपको बता दें कि, ट्विटर पर इस मामले को लेकर लोग पीड़ित के पक्ष में आवाज बुलंद कर रहे हैं। लोगों की मांग है कि हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर अंबाला पुलिस को सख्त निर्देश दे कि विनोद वाल्मीकि की सुनवाई हो। आरोपियों के खिलाफ धारा 307, 23, 24 और एससी एसटी एक्ट समेत अन्य जरूरी धाराओं में गिरफ्तारी हो, की मांग की जा रही है।
इसके साथ ही विनोद वाल्मीकी को सुरक्षा प्रदान करने की भी मांग की जा रही है। यदि विनोद वाल्मीकि के साथ कुछ भी दुखद घटना होती है तो इसकी जिम्मेदारी पुलिस प्रशासन की होगी।
दलितों को इंसाफ दिलाना की जिम्मेदारी निभाएं सरकार। आरोप ये भी है कि आरोपी पक्ष स्वर्ण समुदाय से है और धनबल और बाहुबल में संपन्न है इसलिए पुलिस भी उनका साथ दे रही है। मुलाना पुलिस पीड़ित पर दबाव बना कर फैसला करवाना चाहती है जोकि असंवैधानिक है।
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