फाइटिंग बैकः जमीन बचाने के लिए बीकानेर से जयपुर 350 किलोमीटर की पदयात्रा पर निकले 50 दलित युवा

फाइटिंग बैकः जमीन बचाने के लिए बीकानेर से जयपुर 350 किलोमीटर की पदयात्रा पर निकले 50 दलित युवा

बीकानेर के श्रीडूंगरगढ़ तहसील का मामला, सरपंच व एसडीएम पर पक्षपात करने का आरोप, मुख्यमंत्री से मिलकर करेंगे कार्रवाई की मांग

अरुण वर्मा/अविनाश

जयपुर। राजस्थान के बीकानेर जिले की श्रीडूंगरगढ़ तहसील की ग्राम पंचायत लिखमीसर दिखनाद निवासी 50 दलित युवा अपनी जमीन को बचाने के लिए सात दिन पहले पैदल ही राजधानी जयपुर के लिए निकल पड़े है। इस पदयात्रा का उद्देश्य जिला प्रशासन की पक्षपात पूर्ण कार्रवाई का विरोध करना है। वहीं जयपुर पहुंचकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मुलाकात कर आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग करना है। सोमवार को समाचार लिखे जाने तक यह युवा करीब 325 किलोमीटर की यात्रा तय कर जयपुर शहर के करीब पहुंच गए हैं।

प्रकरण के अनुसार ग्राम पंचायत मुख्यालय स्थित दलित बस्ती से सटता हुआ भूखण्ड है। यहां बसे दलित परिवारों का दावा है कि यह भूखण्ड उनकी पट्टाशुदा कब्जे की जमीन है, जिसपर ग्राम पंचायत जबरन कब्जा करना चाहती है। पंचायत प्रशासन ने दलित परिवारों को वहां से विस्थापित करने के लिए घरों के पास खाली पड़ी भूमि पर मृत पशुओं को डालना शुरू कर दिया है। इसको लेकर पंचायत प्रशासन व दलित परिवार आमने-सामने है।

सोशल एक्टिविस्ट जितेंद्र नौसरिया ने बताया कि बीकानेर में श्रीडूंगरगढ़ के लिखमीसर दिखनादा गांव में सरपंच प्रतिनिधि ढूढाराम है जो भूमाफिया है। नौसरिया का आरोप है कि उसने गांव से दलितों को निकालने के लिए एक प्लान बनाया है। प्लान के तहत उसने दलित बस्ती के पास मृत पशुओं की हड्डियां डाल दीं। जब दलितों ने इसका विरोध किया तो उनके घरों के बाहर पंचायत प्रशासन से नोटिस चस्पा करवाकर जमीन खाली करने के निर्देश दिए। मामले को लेकर जब दलित बीकानेर कलेक्टर के पास गए तो वहां भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। ऐसे में सभी ने प्रकरण को मुख्यमंत्री को अवगत करवाने का निर्णय लिया।

जिसके तहत 13 सितम्बर 2022 को 7 दिन पहले बीकानेर से 50 लोगों की पैदल यात्रा शुरू हुई है जो बीकानेर से जयपुर के बीच में पड़ने वाले जिला मुख्यालयों पर प्रदर्शन करते हुए आगे बढ़ रही है। पदयात्रा में शामिल सभी दलित युवा जयपुर में मुख्यमंत्री से मुलाकात कर मांग करेंगे कि श्री डूंगरगढ़ में दलित बस्ती में घरों के बाहर मृत पशुओं की हड्डियां डालना बंद की जाए। साथ ही श्री डूंगरगढ़ एसडीएम दिव्या चौधरी को भी बर्खास्त करने की मांग की है।

उच्च न्यायालय को भी दी अर्जी


नौसरिया ने बताया कि इस संबंध में जोधपुर हाईकोर्ट में भी एक शिकायत पत्र दिया गया है। पत्र के अनुसार श्रीडूंगरगढ़ में पदस्थापित न्यायिक सेवा अधिकारी अमरजीतसिंह चौधरी पर सरपंच से मिलीभगत कर पक्षपात कार्रवाई करने का आरोप है। वहीं इस मामले में सक्षम न्यायालय से उचित कार्रवाई की भी मांग की गई है।

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