बर्बर: बीमार पत्नी ने नहीं बनाया खाना तो डंडे से पीट-पीटकर हत्या, पति गिरफ्तार

बर्बर: बीमार पत्नी ने नहीं बनाया खाना तो डंडे से पीट-पीटकर हत्या, पति गिरफ्तार

दिल्ली में महिलाओं पर अपराध की घटनाएं बहुत तेजी से बढ़ रही हैं। ताजा मामला भलस्वा डेयरी इलाके से सामने आया है जहां गत रविवार देर रात एक शख्स ने भोजन नहीं पकाने पर बीमार पत्नी की पीट-पीटकर हत्या कर दी। हालांकि, पुलिस ने आरोपी पति को गिरफ्तार कर लिया है और पोस्टमार्टम के बाद शव को परिजनों को सौंप दिया है।

बीमार रहा करती थी पत्नी

महिला की शादी तीन साल पहले आरोपी से हुई थी। वह अपने परिवार के साथ मुकुंदपुर इलाके में रहती थी। इतना ही नहीं इन दोनों की छह माह की बच्ची भी थी। पुलिस अधिकारी द्वारा बताया गया कि बच्चे के जन्म के बाद से ही महिला बीमार रहने लगी थी।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस ने कहा कि महिला एनीमिक थी और उसका वजन सिर्फ 40-45 किलो था। वह शारीरिक रूप से कमजोर थी, उसे नियमित आराम की जरूरत थी और वह बार-बार खाना नहीं बना सकती थी। इतना ही नहीं इस बीमारी के कारण वह घर के काम करने में असमर्थ हो गई थी, इसे लेकर आरोपी पति अक्सर झगड़ा करता रहता था। रिपोर्ट्स से सामने आया है कि रविवार देर रात को आरोपी शराब के नशे में घर आया था और प्रीति बिस्तर पर थी। और खाना नहीं बना हुआ था। घर में खाना नहीं बना होने से महिला का पति नाराज हो गया और उसने अपनी पत्नी को डंडे से पीटना शुरू कर दिया, जिससे महिला को अंदरूनी चोटें आईं और उसकी मौत हो गई।

बच्ची को बचाते हुए गई जान

खाना ना बना होने के कारण आरोपी अपनी पत्नी को अपशब्द कहने लगा और जब महिला ने उसको रोका और विरोध किया तो उसने डंडों से पिटाई करनी शुरू कर दी। साथ ही गोद में सो रही बच्ची को बचाने के प्रयास में प्रीति भाग नहीं सकी थी और पिटाई से बेहोश हो गई। इसके बाद आरोपी ने अपनी सास को फोन कर पत्नी की तबीयत खराब होने की बात कही थी। जिसके बाद महिला की मां उनके पास पहुंची तो बेटी को बेसुध पाया और इसपर परिवार वाले प्रीति को बुराड़ी अस्पताल लेकर पहुंचे जहां जांच के बाद डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया था।

बर्बर: बीमार पत्नी ने नहीं बनाया खाना तो डंडे से पीट-पीटकर हत्या, पति गिरफ्तार
घर, परिवार और खेती संभालती महिला किसान के संघर्षों की कहानी

महिला की मां ने पुलिस को बताया कि घर में खाना नहीं बनाने पर उसका पति अक्सर उसकी पिटाई करता था। दोनों की शादी को केवल तीन साल हुए थे। महिला की मौत की जांच सब-डिविजनल मजिस्ट्रेट ने की। मामले में डीसीपी ने कहा, "मृतका की मां का बयान एसडीएम द्वारा दर्ज किया गया था. पोस्टमार्टम में महिला की पीट-पीट कर हत्या किए जाने की पुष्टि होने के बाद पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज किया और गुप्त सूचना के आधार पर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया और हत्या में इस्तेमाल की गई लकड़ी की छड़ी को भी बरामद कर लिया."

आजादपुर मंडी में चाय की दुकान चलाता है आरोपी

पूछताछ के दौरान आरोपित ने बताया कि वह आजादपुर मंडी में चाय की दुकान चलाता है। उनकी पत्नी बीमार रहती थी, इस वजह से कई बार खाना नहीं बना पाती थी। इस बात को लेकर उनमें अक्सर झगड़ा होता था।

महिलाओं पर हाथ उठाने को लेकर क्या कहती हैं रिपोर्ट्स

पत्नी के साथ मारपीट करना भले ही कानूनन अपराध हो, लेकिन देश की लगभग आधी आबादी इसे गलत नहीं मानती। पूरे देश में 45% महिलाओं और 44% पुरुषों का मानना है कि अगर पत्नियां अपनी जिम्मेदारी ठीक से न निभाएं तो उनके साथ शारीरिक हिंसा की जा सकती है। कर्नाटक में तो तीन-चौथाई से ज्यादा महिलाएं और 80 फीसदी से अधिक पुरुष इसमें कुछ गलत नहीं देखते। ये चौंकाने वाला खुलासा नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे (NFHS) की हालिया रिपोर्ट में हुआ है।

एलएफएचएस की रिपोर्ट में हुआ खुलासा

शहर की महिलाएं भी पतियों द्वारा पिटाई को जायज ठहरा रही हैं। यह बात राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण (एनएफएचएस) के एक सर्वेक्षण में सामने आई है। 45 फीसदी महिलाओं का मानना है कि अगर पत्नी अपने सास-ससुर सहित पति के परिवार के लोगों का आदर नहीं करती है और ऐसी स्थिति में पति उसकी पिटाई करता है, तो यह सही है।

बहुत कम महिलाएं लेती हैं पुलिस की मदद

NHFS के मुताबिक, ऐसी सोच रखने वाली महिलाओं की संख्या तमिलनाडु (56 फीसदी), आंध्र प्रदेश (62.5 फीसदी) और कर्नाटक में (59 फीसदी) है। सबसे अधिक महिलाओं ने घर या बच्चों की उपेक्षा और ससुराल वालों के अनादर की वजह से पिटाई को सामान्य बताया। सिर्फ 2 फीसदी महिलाएं ही इस मामले में पुलिस की सहायता लेती हैं।

22 फ़ीसदी महिलाओं की है यह सोच

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, 22 फीसदी महिलाओं का यह भी मानना है कि पत्नियों को कोई अधिकार नहीं है कि वह पति से जुबान लड़ाए। इतना ही नहीं 20 फीसदी महिलाओं का तो यह भी मानना है कि यदि पति को अपनी पत्नी पर शक है तो वह हाथ उठा सकता है। पति की इजाजत के बिना घर से बाहर जाना भी गलत बताया जा रहा है। 

डेक्कन हेराल्ड ने सर्वे के डाटा के हवाले से बताया कि सबसे ज्यादा 32 प्रतिशत महिलाएं और 31 प्रतिशत पुरुष मानते हैं कि ससुराल में सास-ससुर और पति को उचित सम्मान न देने पर बीवी की पिटाई जायज है। 28% महिलाओं और 22% पुरुषों का मानना है कि बीवी अगर घर और बच्चों की सही से देखभाल न करे तो उसकी पिटाई की जा सकती है। पति से बहस करने पर पिटाई को 22% महिलाएं और 20% पुरुष सही मानते हैं। अवैध संबंध के शक पर बीवी की पिटाई को सही मानने वालों में 20% औरतें और 23% आदमी हैं।

बर्बर: बीमार पत्नी ने नहीं बनाया खाना तो डंडे से पीट-पीटकर हत्या, पति गिरफ्तार
मध्य प्रदेश: दलित महिला SI को गाली देने का आरोप, कांग्रेस विधायक के खिलाफ मामला दर्ज

द मूकनायक की प्रीमियम और चुनिंदा खबरें अब द मूकनायक के न्यूज़ एप्प पर पढ़ें। Google Play Store से न्यूज़ एप्प इंस्टाल करने के लिए यहां क्लिक करें.

Related Stories

No stories found.
The Mooknayak - आवाज़ आपकी
www.themooknayak.com