मोती मेघवाल भीम सेना प्रभारी व एक सामाजिक कार्यकर्ता हैं। तंवरा ग्राम पंचायत में होने वाले निर्माण कार्य में सरपंच द्वारा घटिया सामग्री उपयोग में लेने पर लगातार सोशल मीडिया पर लिख रहे थे, इसी खुन्नस को लेकर सरपंच के परिवार से जुड़े लोगों ने उन पर जानलेवा हमला किया था।
क्या था पूरा मामला
घटना राजस्थान के नागौर जिले के जायल थाना क्षेत्र के तंवरा ग्राम पंचायत की हैं। इस पूरे मामले को लेकर जब मूकनायक संवाददाता ने पीड़ित मोती मेघवाल से बात कि तो उन्होनें बताया कि, 10 जनवरी रात 8:50 बजे मैं और मेरे परिवार के दो सदस्य साथ में गांव की तरफ जा रहे थे, रास्ते में पेशाब करने के लिए रुका, तभी उधर से आवाज आई के कौन है! मैं बोला मोती मेघवाल… फिर मैंने उससे पूछा कि, तू कौन है! तो बोला नेमा.. इतना कहते ही उसने मुझे गाली देना शुरू कर दिया।
"ढेड़ चमार तेरी औकात क्या है हमारे खिलाफ लिखने की, तूझे आज मैं बताता हूं, गाली गलौज करते हुए उसने मुझ पर लाठी से हमला कर दिया, अंधेरे में बचाव नहीं कर सका और लाठी सीधा मेरे सिर के ऊपर आ गिरी।" जब उसने लाठी से दूसरा वार किया तो मैंने उससे लाठी छीन ली और एक लात मारकर उसे गिरा दिया, और अंधेरे का फायदा उठाकर वो वहां से भाग निकला।
वह आगे बताते हैं कि, उसके बाद मैंने जायल पुलिस को सूचना दी तो पुलिस ने मौके पर पहुंच कर मुझे जायल हॉस्पिटल पहुंचाया, जहां से मुझे नागौर जिला हॉस्पिटल रेफर कर दिया गया, जहां मेरा उपचार हुआ और सिर में 12 टांके लगे हैं।
मूकनायक को मोती मेघवाल आगे बताते है कि, "यह हमला मुझे मारने के लिए किया गया था, क्योंकि मैं हमेशा सरपंच द्वारा निर्माण कार्य में घटिया सामग्री इस्तेमाल करने को लेकर आवाज उठाता था और उसके निर्माण से जुड़े फोटो वीडियो फेसबुक पर शेयर करता था इसलिए सरपंच के परिवार से जुड़े नेमा ने मुझ पर जानलेवा हमला किया था।"
इस पूरे घटनाक्रम को लेकर जब द मूकनायक ने जायल थामा प्रभारी से बात कि तो उन्होनें बताया कि, इन्वेस्टिगेशन का मामला है, सीईओ साहब तफ्तीश कर रहे हैं और यह जांच का विषय है इतना कह कर फोन काट दिया।
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